Cardiovascular System (हृदय प्रणाली) Complete Notes In हिन्दी and English with Diagram | BXRT, BSc. Radiology | Anatomy Notes

CardioVascular System (हदय प्रणाली) Complete Notes In हिन्दी and English with Diagram :

Cardiovascular system ( हृदय प्रणाली ) :-

• हृदय का परिचय। 
हृदय की संरचना । 
• हृदय का परत और कवर ।
• हृदय का चैंबर और वाल्व।
• रक्त परिसंचरण और परिसंचरण का प्रकार
ह्रदय की धड़कन
• हृदय की बीमारी । 

परिचय (Introduction) :- 

       हृदयवाहिका तंत्र को शरीर में परिसंचरण तंत्र या रक्त वर्स्कुलर तंत्र भी कहते हैं। इसमें "हृदय" शामिल है जो मांसपेशियों को पंप करने वाला अंग है और धमनियों (Arteries) और केशिकाओं (Vein) की एक बंद प्रणाली है।

- जैसा कि नाम है, परिसंचरण तंत्र में रक्त कण शरीर में विभिन्न परिसंचरण के माध्यम से वाहिकाओं के बंद सर्किट के आसपास हृदय द्वारा पंप किया जाता है।

- Homeostasis को बनाए रखने के लिए कार्डियोवास्कुलर सिस्टम की महत्वपूर्ण भूमिका है |

(होमियोस्टैसिस स्व-विनियमन प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक जीव उस स्थिति को समायोजित करने के लिए स्थिरता बनाए रखता है जो उसके अस्तित्व के लिए सर्वोत्तम है।)

विकासशील (Developing) भ्रूण का जीवित रहना रक्त के संचार पर निर्भर करता है जिसके कारण यह निषेचन (Fertilization) के तुरंत बाद अपनी उपस्थिति बनाता है और किसी अन्य अंग से बहुत पहले कार्यात्मक अवस्था तक पहुंच जाता है। निषेचन (Fertilization) के चौथे सप्ताह के बाद दिल नियमित रूप से धड़कने लगता है।

HEART ( हृदय ) :-

         हृदय Mediastinal (फेफड़ों के बीच की जगह) में Thoracic Cavity में स्थित होता है, दाईं ओर की तुलना में बाईं ओर अधिक झुका होता है।
दिल का औसत वजन (330 ग्राम) है। यह स्त्री की अपेक्षा पुरुष में अधिक होती है। सामान्य ह्रदय प्रति मिनट लगभग 5 लीटर रक्त पंप कर देता है।

हृदय की संरचना, परत और कवर :-

मानव हृदय 4 कक्ष (Chamber) वाला पेशी अंग है। यह पेरिकार्डियल (Pericardial) द्रव नामक एक पानी के तरल पदार्थ के करीब है। यह हृदय की घर्षण (Friction) गति कम करता है। यह यांत्रिक झटके से भी बचाता है।

हृदय कि परत का प्रकार :-

(1) एपिकार्डियम (Epicardium) :- यह हृदय की बाहरी परत है जिसे वायसरल(Visceral) परत कहते हैं।

(2) मायोकार्डियम (Myocardium) :- यह हृदय की पेशीय मध्य परत है जो एपिकार्डियम और एंडोकार्डियम के बीच मौजूद होती है। इसे हृदय का द्रव्यमान भी कहा जाता है।
हृदय की पेशीय परत हृदय के पम्पिंग के लिए उत्तरदायी होती है। 

(3) एंडोकार्डियम (Endocardium) :- यह हृदय की दीवार की सबसे भीतरी परत है, यह पतली चिकनी होती है और हृदय कक्ष और वाल्वों की परत बनाती है।

हृदय की गतिविधि और लय को तंत्रिका तंत्र (Nervous System) से सिंगल द्वारा नियंत्रित किया जाता है। तंत्रिका एंडोकार्डियम में एम्बेडेड होती हैं और मायोकार्डियम से जुड़ती हैं जिससे मांसपेशियां सिकुड़ती हैं और रक्त पंप करने के लिए कम करती हैं।

Chamber and Valve Of Heart :-

ह्रदय के चार कक्ष होते हैं :-
(a) Right Atrium
(b) Right ventricle 
(c) Left atrium 
(d) Left ventricle

हृदय को बाएँ और दाएँ भाग में विभाजित किया जाता है जिसे पट (Septum) कहा जाता है। Septum में मायोकार्डियम होता है जो एंडोकार्डियम से ढका होता है।

हृदय के चार वाल्व होते हैं :-
(a) Bicaspid valve
(b) Tricuspid valve
(c) Pulmonary valve 
(d) Arotic valve 

(a) Right Atrium ( राइट आर्टियम ) :- यह Supirior वेना कावा और Inferior वेना कावा से पूरे शरीर से डी-ऑक्सीजनेटेड रक्त प्राप्त करता है।

Supirior वेना कावा सिर, गर्दन, हाथ और छाती से रक्त ले जाता है। Inferior वेना कावा Legs, Feet, Abdomen और Pelvic region  से रक्त ले जाता है।

☆ Vena Cava ( वेना कावा शरीर ) की सबसे बड़ी नस होती हैं। 

(b) Right Ventrical ( राइट वेंट्रिकल ) :- राइट वेंट्रिकल हृदय के 4 कक्षों में से एक है। यह Right Atrium के नीचे स्थित है। इसमें विशेष प्रकार की मांसपेशियां होती हैं जिन्हें पैपिलरी मसल्स (Papillary Muscle) कहा जाता है। 

Papillary Muscle ( पैपिलरी मांसपेशियां ) :- वे वेंट्रिकल की गुहा (Cavity) के भीतर दिखाई देने वाली मांसपेशियों की तरह होती हैं, जो हृदय की दीवार (एंडोकार्डियम) से जुड़ी होती हैं, दाएं और बाएं वेंट्रिकल ट्राइकसपिड और बाइसेपिड वाल्व से जुड़ी होती हैं, जो CORDAE TENDINAE की मदद से होती हैं।

वे मजबूत रेशेदार कॉर्ड होते हैं जो Non-Elastic होते हैं, वे वाल्व को एक जगह बनाये रखते हैं।

(c) Left atrium ( लेफ्ट आर्टियम ) :- लेफ्ट आर्टियम पल्मोनरी शिरा के माध्यम से फेफड़ों से ऑक्सीजन युक्त रक्त प्राप्त करता है

(d) Left Ventricles ( लेफ्ट वेंट्रिकल ) :- लेफ्ट वेंट्रिकल लेफ्ट आर्टेरियम के नीचे होता है, यह बाइसेपिड वाल्व के माध्यम से लेफ्ट आर्टेरियम से ऑक्सीजन युक्त रक्त प्राप्त करता है।


Type Of Circulation ( परिसंचरण प्रकार ) :-

(a) Pulmonary Circulation (पल्मोनरी सर्कुलेशन):- यह हृदय से फेफड़ों तक CO2 रक्त और फेफड़ों से हृदय तक o2 रक्त का परिसंचरण है।

(b) systematics Circulation (व्यवस्थित परिसंचरण) :- यह O2 समृद्ध रक्त का पूरे शरीर में और Co2 समृद्ध रक्त को पूरे शरीर से हृदय तक परिसंचरण है।

(3) Total Circulation (कुल परिसंचरण):- पल्मोनरी सर्कुलेशन और व्यवस्थित परिसंचरण की संरचना को दोहरा परिसंचरण कहा जाता है।

Phase Of Heart Beat (दिल की धड़कन का चरण) ;-

(1) Systole (Period Of Contraction) :- सिस्टोल के दौरान "लब" और "डब" ध्वनि उत्पन्न होती है।
- "लब" यह ध्वनि उत्पन्न होती है जब AV वाल्व, बाइसीपिड वाल्व बंद होते हैं।
- "डब" यह Pulmonary वाल्व और Aortic वाल्व बंद होने पर उत्पन्न होने वाली ध्वनि है।

(2) Disystole (Period Of Relaxation) :- यह तब होता है जब AV वाल्व खुल जाता है और Ventrical Relax हो जाते है।
- यह वेंट्रिकल को आर्टियम मे रक्त भरने और दूसरे बीट के लिए तैयार होने की अनुमति देता है।

Disease Of Heart ( दिल कि बीमारी ) :-

(1) मायोकार्डियल इन्फ़्रेक्शन (हार्ट अटैक) :- यह रक्त वाहिका में रुकावट के कारण हृदय से रक्त की आपूर्ति कट जाने के कारण होता है।

(2) माइट्रल (बाईकास्पिड) वाल्व प्रोलैप्स :- जब वाल्व बंद नही होता है।

(3) बाइस्पिड वाल्व रिगर्जिटेशन :- प्रोलैप्स के कारण रक्त का रिसाव।

(4) पेरिकार्डिटिस :- पेरिकार्डियम की सूजन।

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